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सोसाइटी फॉर कम्प्यूटर एजुकेशन एण्ड डेवलपमेन्ट इन रूरल एरिया
20 / 177 इन्दिरा नगर, लखनऊ

संस्था सोसाइटी फॉर कम्प्यूटर एजुकेशन एण्ड डेवलपमेन्ट इन रूरल एरिया लखनऊ एक सामाजिक संस्था है जो विगत 24 वर्षों से पिछड़े व अति पिछड़े लोगों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों के सर्वांगीण विकास में शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण जागरूकता, महिला उत्थान, बाल श्रम, हस्तशिल्प एवं आय सृजन जैसे विभिन्न कार्यक्रमों को लेकर विभिन्न जिलों में कार्य कर रही है। संस्था का लक्ष्य है कि प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति को यथासम्भव सहायता की जाये जिससे वह पूर्ण आत्म विश्वास के साथ समाज में अपना एक आदर्श स्थान बना सकें।

सरकारी स्रोतों से संचालित कार्यक्रम

सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत कार्यक्रम

गणतंत्र दिवस समारोह

26 जनवरी 2022 को सांस्कृतिक कार्यक्रम और मिष्ठान वितरण हुआ।

अर्धवार्षिक परीक्षा

28.01.16 से 05.02.2016 तक अर्धवार्षिक परीक्षाएं कराई गईं।

बसंत पंचमी

बसंत पंचमी पर सरस्वती पूजन का आयोजन किया गया।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस

8 मार्च को बालिकाओं के लिए प्रतियोगिताएं और पुरस्कार वितरण हुआ।

होली पर सलाह

होली से पूर्व बच्चों को रंगों और चक्करों के सुरक्षित उपयोग की सलाह दी गई।

अंबेडकर जयंती

14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती मनाई गई।

पृथ्वी दिवस

22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाया गया।

शिक्षक दिवस

5 सितंबर को शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया।

मीना मंच कार्यक्रम

24 सितंबर को बालिकाओं के लिए मीना मंच और प्रेरणादायक फिल्म दिखाई गई।

गांधी जयंती

2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाई गई व स्वच्छता संकल्प लिया गया।

स्वच्छता दिवस

15 अक्टूबर को स्वच्छता दिवस मनाया गया।

सतत मूल्यांकन

त्रैमासिक सतत मूल्यांकन किया गया।

शिक्षा दिवस

11 नवम्बर को शिक्षा दिवस का आयोजन किया गया।

बाल सभा चुनाव

12 नवम्बर को बाल सभा का चुनाव कराया गया।

दीपावली कार्यक्रम

बच्चों को श्रीराम-रावण चरित्र की जानकारी और पर्यावरण प्रदूषण पर जागरूक किया गया।

बाल दिवस

14 नवम्बर को बालिकाओं हेतु रंगोली, चार्ट आदि प्रतियोगिताएं और मिष्ठान वितरण हुआ।

खेलकूद प्रतियोगिता

16 दिसम्बर को वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित हुई।

ड्रॉपआउट रोकथाम

शिक्षकों द्वारा ड्रॉपआउट रोकने हेतु बच्चों की जोड़ी बनाकर प्रेरित किया गया।

वार्षिक परीक्षा

दिसंबर माह में वार्षिक परीक्षा आयोजित की गई।

कृषि क्षेत्र के कार्यक्रम

आत्मा कार्यक्रम – संस्था द्वारा आत्मा प्रोजेक्ट के अन्तर्गत बाराबंकी जिले के दरियाबाद में वर्ष 2015–16 में खरीफ फसल के अन्तर्गत किसानों को कृषि प्रदर्शन एवं क्षमता उन्नयन प्रशिक्षण कृषि समूहों को प्रदान किया गया है। विशेषज्ञों द्वारा किसानों को समूह के माध्यम से होने वाले फायदे एवं आर्थिक मजबूती के विषय में बताया गया। गरीमा, उन्नयन, सृजन, प्रेरणा, लक्ष्य समूहों के अध्यक्ष एवं सदस्यों ने इस कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया।

रवि की फसल के अन्तर्गत बनीकोडर, दरियाबाद, पूर्वेलखंड ब्लॉक में कृषि प्रदर्शन एवं कृषक से कृषक तकनीकी प्रशिक्षण सफलतापूर्वक प्रदान किया गया।

रबी की फसल के अन्तर्गत प्रशिक्षकों द्वारा किसानों को रबी की फसलों के अन्तर्गत गेहूं, मटर, चना, मसूर की विभिन्न प्रजातियाँ, इनमें लगने वाले रोग जैसे खुरपा, उखटा, करपा, माँह, कोल आदि के बारे में बताया गया। इन रोगों से बचाव के लिए विभिन्न उपायों की जानकारी दी गई।

वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार (हस्त शिल्प विभाग) द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम

अम्बेडकर हस्तशिल्प विकास योजना – भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय द्वारा संस्था को 5 वर्षों के लिये 500 कारीगरों का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इसके अन्तर्गत सर्वप्रथम संस्था द्वारा हस्तशिल्पियों के आईडी कार्ड बनवाये गये और 37 समूहों का गठन किया गया।

अम्बेडकर हस्तशिल्प विकास योजना के अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा हस्तशिल्पियों को कार्य क्षमता में वृद्धि लाने के लिये डिजाइन कार्यक्रम एवं उत्पाद डेवलपमेंट कार्यक्रमों द्वारा प्रशिक्षण के निरंतर नये-नये डिजाइन एवं कार्य करने के तरीकों की जानकारी प्रदान की जा रही है।

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रम

स्वाभार कार्यक्रम – महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा बेसहारा महिलाओं को सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से संस्था द्वारा स्वाभार कार्यक्रम रायबरेली जिले में 50 निराश्रित महिलाओं को प्रशिक्षण जैसे – सिलाई–कढ़ाई, बुनाई, ब्यूटीशियन, मेंहदी लगाना इत्यादी के द्वारा उन्हें प्रशिक्षित कर स्वावलम्बी बनाकर पुरस्कृत किया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम
लक्षित हस्तक्षेप परियोजना उन्नाव – (टीआई प्रोजेक्ट)

उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी द्वारा उन्नाव जनपद में 250 FSW एवं 100 IDU Intervention पर कार्य किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत संस्था द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रगति निम्नवत है –

उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम

लक्षित हस्तक्षेप परियोजना – उन्नाव (टीआई प्रोजेक्ट)

कार्यक्रम का उद्देश्य

एचआईवी संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करना। एचआईवी संक्रमण दर को कम करना।

व्यवहार परिवर्तन की रणनीति

उच्च जोखिम समूह तक 80 प्रतिशत पहुँच बनाकर व्यवहार परिवर्तन द्वारा एचआईवी/एड्स के प्रसार को रोकना।

उच्च जोखिम समूहों पर फोकस

विशेष रूप से उच्च जोखिम समूहों के लिए हस्तक्षेपों के माध्यम से एचआईवी/एड्स के प्रसार को रोकना।

संस्था द्वारा किए गए कार्य

उपरोक्त कार्यों के सम्पादन हेतु संस्था द्वारा (FSW) एवं (IDU) की रोकथाम के लिए निम्न कार्य किये गये—

एचआरजी का स्वास्थ्य परीक्षण

164 HR G (FSW) व 66 HR G (IDU) का VDRI Test कराया गया।

आकर्षण राशि वितरण

164 HR G (FSW) व 66 HR G (IDU) का VDRI Test कराया गया। जिसमें से 180 HR G (FSW) को आकर्षण राशि दिया गया।

मासिक बैठकें

12 Monthly Meeting पीयर की अध्यक्षता में हुई।

पीयर क्षमता विकास

48 Review (FSW) में व 48 Review (IDU) में कराई गयी पीयर की क्षमता का विकास करने तथा एचआईवी/एसटीआई/टीआई के बारे में पूर्ण जानकारी दी गयी।

एचआईवी जाँच परिणाम

एचआईवी जाँच जीवो FSW में व 30 एचआईवी IDU में जिनमें एचआईवी का संक्रमण निकला है।

हॉटस्पॉट पर जागरूकता कार्यक्रम

45 Hot Spot (FSW) एवं 36 Hot Spot (IDU) पर बैठकें आयोजित की गईं, जिनमें HRG को HIV से बचाव के उपाय तथा कंडोम की उपयोगिता की जानकारी दी गई।

DIC केंद्रों की गतिविधियाँ

12 DIC (FSW) और 12 DIC (IDU) पर बैठकें आयोजित की गईं, जिनमें HRG को HIV से बचाव और उसके रोकथाम के तरीकों की जानकारी दी गई।

स्टेकहोल्डर मीटिंग्स

11 Stake Holder Meeting (FSW) और 11 Stake Holder Meeting (IDU) पर कार्यक्रम आयोजित किए गए।

सामग्री वितरण

36598 सुइयां, 20852 सिरिंज (IDU), 69556 कंडोम (FSW) और 5698 कंडोम (IDU) वितरित किए गए।

एचआईवी पॉजिटिव की देखभाल

24 HRG जिनमें HIV संक्रमण पाया गया, उन्हें संस्था द्वारा कानपुर ART सेंटर से लिंक कर उपचार दिलाया गया।

स्वस्थ जीवन के लिए प्रेरणा

संस्था द्वारा HIV जैसी घातक बीमारी को रोकने के लिए व्यापक रूप से अभियान चलाया गया, जिससे सुरक्षित यौन संबंध, कंडोम, सुइयों और सिरिंज के माध्यम से लोगों को स्वस्थ जीवन के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

स्वयं के स्त्रोतों संचालित कार्यक्रम

1- जे०बी०एल०एस० महाविद्यालय - संस्था द्वारा जुलाई 2010 से उन्नाव जिले के नवाबगंज फत्तेपुरवा में जे०बी०एल०एस० महाविद्यालय का संचालन किया जा रहा है। इस महाविद्यालय में बी०ए०, बी०बी०ए० एवं बी०टी०सी० पाठ्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है। कंप्यूटर प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 60 कंप्यूटरों से युक्त सुसज्जित कक्षाएं हैं। महाविद्यालय में शिक्षण कार्य के अतिरिक्त छात्र-छात्राओं के खेल-दौड़ हेतु भी विभिन्न सामग्री की व्यवस्था है।

स्वतंत्रता दिवस पर कार्यक्रम

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर B.T.C., B.A., B.B.A. के छात्र/छात्राओं द्वारा ड्रेस प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

मतदाता जागरूकता रैली

मतदाता जागरूकता रैली विद्यालय से निकलकर दुल्हेपुर चौराहे, नागपुर, उफरौली सहित कई गाँवों में होती हुई विद्यालय प्रांगण पहुँची।

बाल दिवस पर विविध कार्यक्रम

14 नवम्बर बाल दिवस के उपलक्ष्य में B.A., B.T.C. में क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया। खेल के उपरांत सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया।
B.A. प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के बच्चों ने रंगोली प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र/छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।

वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम

वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता एवं वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का आयोजन 16 दिसम्बर 2015 से 18 दिसम्बर 2015 तक किया गया।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत सीतापुर जिले के सभी हाईस्कूलों के 180 टॉपर्स बच्चों को माननीय मंत्री जी द्वारा प्रेरणादायक भाषण एवं स्माइल देकर सम्मानित किया गया।
खेलों में विजयी प्रतिभागियों को ट्रॉफी और मेडल प्रदान किए गए।
बी.ए. तथा बी.टी.सी. के टॉपर्स विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया।
कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।

स्वयं के स्त्रोतों संचालित कार्यक्रम

2- जे०बी०एस० औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्र - संस्था द्वारा बच्चों को रोजगार के अवसर सुगम कराने हेतु उन्हें तकनीकी व्यवसायिक प्रशिक्षण में दक्ष बनाने के लिए जे०बी०एस० औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना की गई। जिसका संचालन जुलाई 2011 से दुल्हेदपुर, टिकैतनगर, बाराबंकी में किया जा रहा है।

इस केन्द्र के अन्तर्गत इलेक्ट्रिशियन, फिटर की 6-6 यूनिटों के अन्तर्गत 21 × 12 = 252 छात्र सीटें पूर्ण हो चुकी हैं। ड्राफ्ट्समैन सिविल एवं फैशन टेक्नोलॉजी ट्रेड की 2-2 यूनिटों के अन्तर्गत 21 × 4 = 84, कुल 336 सभी सीटें पूर्ण हो चुकी हैं।

इलेक्ट्रिशियन, फिटर, ड्राफ्ट्समैन सिविल का पाठ्यक्रम दो वर्षों का तथा फैशन टेक्नोलॉजी ट्रेड का पाठ्यक्रम एक वर्ष का है।

क्षेत्र की आवश्यकता को देखते हुए आई०टी०आई० में इलेक्ट्रिशियन और फिटर ट्रेड में 4-4 यूनिटों की और मान्यता ली गई। यह मान्यता वर्ष 2013-14 में प्राप्त हुई। वर्ष 2013-14 से आई०टी०आई० में सेमेस्टर परीक्षा पैटर्न प्रारंभ हुआ।

1- बी०टी०सी० (D.El.Ed) पाठ्यक्रम

राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) द्वारा जे०बी०एस० महाविद्यालय को वर्ष 2012-13 से बी०टी०सी० (D.El.Ed) पाठ्यक्रम की मान्यता प्रदान की गई। शासन द्वारा सम्बद्धता प्रदान किए जाने के उपरांत 50 बच्चों को प्रशिक्षण देने की अनुमति प्राप्त हुई। जनवरी 2013 में बी०टी०सी० प्रशिक्षुओं की पहली सेमेस्टर परीक्षा संपन्न हुई।

2- स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम

संस्था द्वारा बलरामपुर, लखनऊ, फतेहपुर, उन्नाव जनपदों एवं देहरादून में स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन जुलाई से अगस्त माह तक किया गया। वर्षा ऋतु में लोगों को गंदे पानी से फैलने वाली बीमारियों और स्वच्छता के विषय में जानकारी दी गई। महिलाओं को घर में स्वच्छता बनाए रखने और पीने के पानी को किस प्रकार फिल्टर किया जाता है, इसकी जानकारी दी गई। स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने के लिए समय-समय पर बच्चों को टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं को समय-समय पर दी जाने वाली डॉक्टर सलाह, नियमित जांच, खानपान की सावधानी आदि विषयों पर जानकारी प्रदान की गई।

3- पर्यावरण संरक्षण एवं जल संरक्षण कार्यक्रम

पर्यावरण दिवस के अवसर पर 5 जून 2015 को बाराबंकी जिले में संस्था अध्यक्ष द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम नवगंसीपुर में किया गया और लोगों को अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रेरित किया गया। शिक्षकों द्वारा किसानों को यह भी बताया गया कि प्रदेश के सूखा ग्रस्त क्षेत्रों में किसान 24 घंटे उपलब्ध टोल फ्री नंबर 1800-180-8752 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। ट्रांसफार्मर की खराबी, नलकूप आदि की समस्या होने पर जल निगम की हेल्पलाइन नंबर से संपर्क कर समस्या का समाधान कराया जा सकता है। साथ ही लोगों को वर्षा ऋतु में वर्षा जल के संचयन के लिए टंकी और ट्रेंच के माध्यम से बारिश के पानी को सुरक्षित रखने और उपयोग में लाने के बारे में जानकारी दी गई।

4- अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस

12 जून 2015 को अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर संस्था द्वारा फतेहपुर, बाराबंकी, बुलंदशहर में रैली निकालकर समाज के लोगों को बच्चों से श्रम न करवाने की अपील की गई तथा लोगों को बाल श्रम से होने वाले नुकसानों के बारे में बताया गया।

क्योंकि आज के बच्चे ही कल का भविष्य हैं। यदि हमारी नींव ही कमजोर हो जाएगी तो घर कैसे मजबूत बनेगा? बच्चों द्वारा बाल श्रम रोकने के लिए विभिन्न नारों का भी प्रयोग किया गया जैसे –
"हमारा बचपन लौटाओ"
"हमें भी दो शिक्षा का अधिकार"
"बाल श्रम अपराध है"
"बाल श्रम मत करवाओ, मासूम फूल मत मुरझाओ"

5- कृषि जागरूकता कार्यक्रम

संस्था द्वारा बाराबंकी जिले के नरैनापुर, पुअस मऊली, जुहीदकोट आदि ब्लॉकों में मार्च माह में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षकों द्वारा किसानों को विभिन्न जानकारी प्रदान की गई। प्रशिक्षण में बताया गया कि प्रदेश के छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने हेतु खरिफ की फसल एवं सब्ज़ी खेती से जुड़ी उच्च योजनाओं पर सरकार द्वारा सहायता प्रदान की जा रही है।

इसके अंतर्गत फसल बीज उत्पादन हेतु 45,000 रुपये प्रति किग्रा बीज में 37,000 टनल, 45,500 रुपये प्रति इकाई प्याज की खेती के लिए, 32,500 रुपये, तथा नन्दन वर्ग की फसलों की खेती के लिए 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर का अनुदान दिए जाने का प्रावधान है। उत्तर प्रदेश के 67 जिलों में यह योजना संचालित है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 50 हजार रुपये तक की डीजल मदद भी किसानों को दी जा रही है।

जिन किसानों की भूमि सरकार द्वारा सड़क सुविधा या नगर क्षेत्र में अधिग्रहीत की गई है और उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिला है, वे जिला अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर मुआवजा प्राप्त कर सकते हैं। किसानों को "किसान क्रेडिट कार्ड योजना" की जानकारी दी गई और उन्हें समय पर कृषि ऋण दिलवाने का भी मार्गदर्शन किया गया। कार्यक्रम के पश्चात सभी किसानों को यूपीसडीए पैकेट भी वितरित किए गए।

6- नारी सशक्तिकरण कार्यक्रम

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटी पार्लर, हस्तशिल्प आदि का प्रशिक्षण बाराबंकी, उन्नाव, लखनऊ व सीतापुर के ग्रामीण क्षेत्रों में दिया गया। साथ ही उन्हें स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए बैंकों से जोड़ा गया और स्वयं सहायता समूह बनाने हेतु जागरूक किया गया।

7- वृद्धजन कल्याण

वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं को जानने और उनके समाधान के लिए वृद्धजन संपर्क शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें स्वास्थ्य जांच, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं की जानकारी, विधिक सहायता, मानसिक स्वास्थ्य पर परामर्श जैसी सेवाएं प्रदान की गईं।

8- बालिका शिक्षा प्रोत्साहन

बालिकाओं की शिक्षा के लिए ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में अभिभावकों को प्रेरित करने हेतु अभियान चलाया गया। स्कूल न जाने वाली बच्चियों को नामांकित कराकर उन्हें यूनिफॉर्म, किताबें व स्टेशनरी सामग्री दी गई।

9- नशा मुक्ति अभियान

युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने हेतु नुक्कड़ नाटक, पोस्टर प्रतियोगिता व जनजागरूकता रैली का आयोजन किया गया। नशा पीड़ितों को चिकित्सकीय परामर्श व पुनर्वास सेवाएं भी प्रदान की गईं।

10- स्वच्छता अभियान

गांवों व कस्बों में स्वच्छता को लेकर जनजागरूकता फैलाई गई। शौचालय निर्माण के लिए लोगों को प्रेरित किया गया व ठोस कचरा प्रबंधन पर प्रशिक्षण दिया गया।

11- शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार

शिक्षा को रोचक व व्यावहारिक बनाने हेतु स्मार्ट क्लास, बाल विज्ञान मेले, शैक्षिक भ्रमण आदि का आयोजन किया गया। शिक्षकों को डिजिटल शिक्षा का प्रशिक्षण दिया गया।

12- दिव्यांग सशक्तिकरण

दिव्यांगजनों को ट्राईसाइकिल, व्हीलचेयर, श्रवण यंत्र आदि का वितरण किया गया व उन्हें स्वरोजगार हेतु प्रशिक्षण एवं सहायता प्रदान की गई।

13- कोविड-19 सहायता कार्यक्रम

महामारी के दौरान मास्क, सैनिटाइज़र व राशन का वितरण किया गया। टीकाकरण हेतु पंजीकरण में सहायता प्रदान की गई एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना से बचाव के उपायों पर जागरूकता फैलाई गई।